हम अपनी ही नजरो में गिर जाते..
क्यूंकि वो प्यार भी अपना था..
और पसंद भी अपनी..
1. जहाँ से तेरी बादशाही खत्म होती है..
वही से मेरी नवाबी शुरु होती है..
वही से मेरी नवाबी शुरु होती है..
2. इस अजनबियों के शहर में, मुझे अजनबी हीं रहने दो
दो क़दम के ही सही, मग़र फ़ासले रहने दो
दो क़दम के ही सही, मग़र फ़ासले रहने दो
Heart Touching Shayari in Hindi
वफ़ा का दरिया कभी रुकता नही,इश्क़ में प्रेमी कभी झुकता नही,
खामोश हैं हम किसी के खुशी के लिए,
ना सोचो के हमारा दिल दुःखता नहीं!.
उदास हूँ पर तुझसे नाराज नही,
तेरे दिल में हूँ पर तेरे पास नही,
वैसे तो सब कुछ है मेरे पास,
पर तेरे जैसा कोई खास नही..
No comments:
Post a Comment